हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट(Difference Between Futures And Options In Hindi) में मैं आपको share market अथवा stock market के एक मजेदार और फायदेमंद सेगमेंट के बारे में बताने वाला हूँ | और वह सेगमेंट है Future and option | यह segment equity derivatives के अंतर्गत आता है |
भारत में equity derivatives का market equity cash के market से कहीं अधिक बड़ा है | भारत में derivatives के अंतर्गत दो मुख्य key प्रोडक्ट होते है, एक है फुटूरे और दूसरा है option | Future और option में डिफरेंस यह होता है कि Future होता है वो linear होता है और जो option होता है वो linear नहीं होता है |
यहाँ पर लीनियर होने से मतलब प्रोसेस से है, Future में सीधी सीधी प्रोसेस होती है और option में कई सारे options होते है जो कि थोड़ा complex हो जाता है |Difference Between Futures And Options In Hindi|
पहले तो आप derivatives का मतलब समझिये, derivatives की अपनी खुद की कोई वैल्यू नहीं होती है|
बल्कि derivatives की value उसके underlying assets से निकाली जाती है |
जैसे example के लिए रिलायंस इंडस्ट्री की Future and option value उसके स्टॉक प्राइस से लिंक होगी और यही से उसकी Future and option की value derive होगी |Difference Between Futures And Options In Hindi|
Future and option दोनों ही मिलकर एक बहुत ही important रोले प्ले करते है indian इक्विटी मार्किट में | चलिए अब आगे हम इस ब्लॉग में इन दोनों के बीच के डिफरेंस को एक एक कर के समझते है…
… और देखते है कि कैसे इंडियन इक्विटी Future and option market equity market को कैसे बढ़ाते है या फिर उसका integral पार्ट है |Difference Between Futures And Options In Hindi|
What are Futures and Options?| Future and option क्या होता है ?|Difference Between Futures And Options In Hindi?
Future trading के अंतर्गत हम किसी भी underlying assets को buy अथवा sell करते है|
एक संभावित अथवा predicted price पर और उसे एक निश्चित समय पर बेचते और खरीदते है |
Option के अंदर भी हम किसी underlying assets को खरीदते और बेचते है|
पर यहाँ पर हम यह सब करने के लिए किसी legal contract में बाध्य नहीं होते है|
Option के अंदर हम अपनी specific price और date के हिसाब से assets को खरीद और बेच सकते है |
हमें Future and option से कैसे फायदा मिलता है ?
चलिए इसे एक example के माध्यम से समझते है, मान लीजिये आप किसी कंपनी के 1000 शेयर्स खरीदना चाहते है जिसका प्राइस 200 /शेयर है |
जिसका टोटल अमाउंट 200000 बनता है पर यहाँ पर आपको पूरा पैसा देने कि जरुरत नहीं होती है |
यहाँ पर अगर आपके पास 20 % भी मार्जिन है तो आप शेयर्स को buy कर सकते है|
मतलब कि आपको सिर्फ 200000 का 20 % अपने अकाउंट में रखना है shares खरीदने के लिए |
और आप शेयर्स के बढ़ने पर पूरा फायदा ले सकते है | पर अगर नुक्सान होता है तो फिर आपको नुक्सान भी ज्यादा होगा |
option trading Future के मुकाबले थोड़ी जायदा फायदेमंद होती है यहाँ पर एक तो आप कोई भी legal contract में बंधे नहीं होते है |
और अगर हम ऊपर वाले example के रिफरेन्स में ही बात करें तो ऑप्शन के अंदर आप 200 रुपया का कॉल 10 रुपया में भी खरीद सकते है |
तो उस हिसाब से यहाँ पर आप की total रकम बनती है 10000 मतलब आपको ज्यादा से ज्यादा नुक्सान होगा वो 10000 का ही हो सकता है |
और यदि शेयर कि कीमत 200 से 150 भी हो जाती है तो भी आपको जो ज्यादा से ज्यादा नुक्सान होगा वो होगा 10000 रुपया का |
और अगर शेयर का दाम 200 से 220 भी चला गया तो आपको unlimited फायदा होगा | जबकि अपने इन्वेस्ट सिर्फ 10000 किये है |
How to trade in Options and Futures?| हम Future and option में trade कैसे करते है?
Future and option generally contract के base पर ट्रेड होते है जैसे कि 1 month , 2 month , और 3 month का कॉन्ट्रैक्ट|
और सभी तरह के Future and option contract महीने के लास्ट thursday को expire हो जाते है |
एक contract के लिए और एक stock के लिए केवल एक ही Future price हो सकती है |
जैसे कि example के लिए जून 21 में आप आप june Future , july Future , और august Future के लिए ट्रेड कर सकते है | पर फ्यूचर के विपरीत option में ट्रेड करना थोड़ा कम्प्लीकेटेड होता है क्योकि…
… यहाँ पर आप actually में आप premium price में ट्रेड करते है इसलिए यहाँ पर एक ही स्टॉक के call और put option के लिए different different price strike होंगी |
जैसे कि ऊपर एक्साम्प्ले में 200 के call option premium के लिए आपको 10 रुपया की कॉल थी|
पर जैसे जैसे आपकी strikes high होगी तो यहाँ पर call option value progressively low होगी |
Future trading में हमें मार्जिन का बहुत बड़ा advantage मिलता है जहाँ पर हम बहुत ही कम पैसे में बहुत अधिक shares को खरीद सकते है |
पर यहाँ पर रिस्क भी थोड़ा ज्यादा होता है अगर आप Future trading में थोड़ा short कर जाते है तो |
कहने का मतलब अगर आपके predicted price सही नहीं हुए तो फिर आपको बहुत भारी नुक्सान भी उठाना पड़ सकता है |
इसके दूसरी तरफ option trading में buyer अपने loss को अपने प्रीमियम तक ही लिमिट कर सकता है |
जब आप Future को buy और sell करते है तो आपको upfront margin और MTM margin pay करना होता है |
और जब आप option को sell करते है तो आपको initial margin और MTM margin pay करना होता है |
जबकि option को buy करने के लिए आपको सिर्फ premium margin pay करना होता है |
देखिये Future trading का फंडा सीधा साधा है | अगर आपको लगता है कि किसी स्टॉक की प्राइस बढ़ेगी तो आप उस के फ्यूचर को buy कर लेते है |
और जब आप को लगता है कि स्टॉक कि प्राइस घटेगी तो आप उस स्टॉक के Future को sell करते है |
इसके दूसरी तरफ option के अंदर चार तरह कि possibility होती है चलिए एक example कि मदद उन सारी possibility को हम समझते है |
मान लीजिये किसी कंपनी X का stock अभी 1000 पर run कर रहा है|
तो आईये अब देखते है कि कैसे अलग अलग ट्रेडर्स अलग अलग option का उपयोग करते है अपने outlook के हिसाब से |
एक इन्वेस्टर है राम वह प्रेडिक्ट करता है कि company X के स्टॉक का प्राइस अगले दो महीने में 1150 जा सकता है |
तो उसके लिए सबसे बढ़िया option यह रहेगा कि वह कमपनी X का 1150 strike वाला एक call option buy कर ले |
और यह काम वह बहुत कम प्रीमियम pay करके कर सकता है |
एक दूसरा इन्वेस्टर है श्याम वह सोचता है कि कंपनी X का stock price अगले एक महीने में 900 रुपया तक जा सकता है |
तो उसके लिए सबसे अच्छा यह रहेगा कि वह इस कंपनी X का 980 put option buy कर ले |
और इसके लिए उसे बहुत ही कम premium pay करना होता है | और अगर उसके premium cost कवर होने के बाद उसे profit होता है |
इन्वेस्टर रंजन sure नहीं है कि कंपनी X के शेयर नीचे आएंगे जबकि वह यह मानता है कि ग्लोबल मार्किट के प्रेशर के कारण कंपनी X के शेयर्स 1080 क्रॉस नहीं करेंगे तब वह 1100 का call option sell करके पूरा premium घर पर ले कर जा सकता है |
इन्वेस्टर अमन को कंपनी X के stock ऊपर जाने का कोई idea और surity नहीं है पर इस कंपनी में recently कुछ मैनेजमेंट बदलाव के चलते उसका मानना है कि stock 920 से नीचे नहीं जा सकते है|
इसलिए उसके लिए यहाँ पर सबसे अच्छा ऑप्शन होगा कि वह 900 put option को sell कर दे और पूरा प्रीमियम ले ले |
वैसे तो Future and option में difference होता है पर अगर intrinsically देखे तो यह दोनों हो एक जैसे है दोनों में ही stock से profit बनता है और दोनों में ही पूरा पैसा नहीं लगाना पड़ता है |
आप share market से जुड़े हुए कुछ और अच्छे blog नीचे दी हुई ब्लॉग लिंक का उपयोग करके पढ़ सकते है:
SEBI NEW MARGIN RULES IN HINDI 2021…
Difference between Intraday trading and delivery trading…
Delivery Trading vs Intraday Trading In Hindi…
Top 5 Best Demat and Trading Account In India…
Trading In Share Market In Hindi…
Mutual Fund vs Share Market…
Difference between the mutual fund and share market In Hindi…
What Is Share Market In Hindi…
What Is Share Market…
What Is NIFTY And SENSEX In Hindi…
Difference between Equity and Derivatives in Hindi…
Forex Trading In India In Hindi…
Conclusion:
तो दोस्तों इस ब्लॉग post(Difference Between Futures And Options In Hindi) में हमने जाना की Future and option में क्या डिफरेंस होता है | दोनों ही segments equity derivativers के अंतर्गत आते है | और यह दोनों ही segment थोड़ा रिस्की होने के साथ बहुत profitable भी है | इसमें लोग बहुत पैसा बहुत जल्दी बना सकते है | Future में अनलिमिटेड profit मिलता है पर रिस्क भी ज्यादा रहती है | और option में profit unlimited होता है और यहाँ पर loss को भी लिमिट कर सकते है | Future में margin अच्छा मिलता है और option में आप बहुत कम प्रेमीयं pay करके buy and sell option call और put कर सकते है |
इस ब्लॉग(Difference Between Futures And Options In Hindi) को लेकर आपके मन में कोई भी प्रश्न है तो आप हमें इस पते support@a5theory.comपर ईमेल लिख सकते है|
आशा करता हूँ, कि आपने इस पोस्ट(Difference Between Futures And Options In Hindi) को खूब एन्जॉय किया होगा|
आप स्वतंत्रता पूर्वक अपना बहुमूल्य फीडबैक और कमेंट यहाँ पर दे सकते है|
आपका समय शुभ हो|