What is Prototype Model in Hindi? प्रोटोटाइप मॉडल क्या होता है ?

हेलो दोस्तों, आज के ब्लॉग में मै आपको प्रोटोटाइप मॉडल(What is Prototype Model in Hindi) के बारे में बताने वाला हूँ जिसका उपयोग हम सॉफ्टवेयर को बनाने में करते है| और हम कह सकते है की यह सॉफ्टवेयर को निर्मित करने की क्रमबद्ध प्रक्रिया है|

प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) एक ट्रायल सॉफ्टवेयर होता है, जिसे कस्टमर को बनने वाले फाइनल सॉफ्टवेयर का आईडिया देने के लिए बनाया जाता है| इस प्रोटोटाइप मॉडल वाले सॉफ्टवेयर में कई खामिया और कमिया हो सकती है जिसे बाद में फाइनल सॉफ्टवेयर में सही कर लिया जाता है|

तो ये प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) एक टेस्टिंग सॉफ्टवेयर कि तरह होता है जिसे कम जानकारी के साथ भी डेवेलोप किया जा सकता है| ज्यादातर इन तीन परिस्थिति में इस प्रोटोटाइप मॉडल का उपयोग किया जाता है|

जब हमें सॉफ्टवेयर बनाने का उदेस्य पता हो पर हमें उसके टेक्निकल समस्या के बारे में ज्यादा जानकारी न हो तब हम प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) का यूज करते है|

कुछ परिस्थिति ऐसी भी होती है जहा पर सिस्टम बनाने के लिए हमें हार्डवेयर के रिस्पांस टाइम कि जरुरत होती है, तब ऐसी सिचुएशन में पहले हम प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) बनाते है|

सॉफ्टवेयर को बनाने के समय कुछ सिस्टम और सॉफ्टवेयर ऐसी होते है जिसमे हम पहली ही बार में करेक्ट सॉफ्टवेयर सिस्टम नहीं बना सकते, या फिर ऐसी सॉफ्टवेयर सिस्टम जहा यूजर कि इनफार्मेशन और रेक्विरेमेंट पहली बार में कम्पलीट नहीं होती, इन दोनों ही परिस्थिति में हम प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) का उसे करते है.

प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) में सबसे पहले जानकारी एकत्रित कर ली जाती है, जो की सॉफ्टवेयर को बनाने व उससे सम्बंधित होती है|

इस प्रोसेस में डेवलपर व कस्टमर मिल के डिसाइड करते है कि इस सॉफ्टवेयर को बनाने का उदेस्य क्या है| और इस हिसाब से वो सभी क्षेत्र में विस्तृत रूप से डिसकस करते है, और पता लगाते है कि अभी किस क्षेत्र में और जानकारी जुटाने कि जरुरत है|

और जब जानकारी जुटाने का काम ख़तम हो जाता है तब शीघ्र ही एक डिज़ाइन तैयार किया जाता है, और इस डिज़ाइन में बताया जाता है कि यूजर को इनपुट और आउटपुट विंडो में क्या दिखाई देगा|

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Prototype Model in Hindi

प्रोटोटाइप मॉडल (Prototype Model) के इस डिज़ाइन को यूजर और कस्टमर परखते है और उसकी जरुरत को और बेहतर बनाने के लिए या उसमे कुछ और जरुरी सुधार करने के लिए|

यह एक हिसाब से कस्टमर की सभी जरूरतों को पूर्ण रूप से संतुस्ट करने का मॉडल है जो कि वह अपने सॉफ्टवेयर में चाहता है | इसलिए यह मॉडल सॉफ्टवेयर रेक्विरेमेंट कि दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है|

जब एक वर्किंग प्रोटोटाइप मॉडल (Prototype Model) बना लिया जाता है तब डेवलपर प्रोटोटाइप को अलग कर देता है व फेक देता है, पहले से मौजूद प्रोग्राम जनरेटर कि मदद से|

मैथमेटिकल अल्गोरिथम कि कुछ क्लासेज, सबसेट ऑफ़ कमांड ड्रिवेन सिस्टम, और कुछ और एप्लीकेशन जहा पर रिजल्ट बड़े आराम से पता लगे जा सकता है, बिना किसी वास्तविक इंटरैक्शन के, को प्रोटोटाइप मॉडल (Prototype Model) के द्वारा आराम से बनाया जा सकता है|

What are the advantages and disadvantages of the prototype model?

प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) कि जरुरत कब पड़ती है?

ऐसी एप्लीकेशन जिनका प्रोटोटाइप बहुत ही आसान है और जो हमेशा अपने अंदर ह्यूमन मशीन इंटरैक्शन समाहित रखती है को बनाने के लिए प्रोटोटाइप मॉडल (Prototype Model) सजेस्ट किया जाता है|

जब हमें सॉफ्टवेयर बनाने का केवल जनरल उदेस्य पता होता है, लेकिन हमें इनपुट , प्रोसेसिंग एंड आउटपुट के बारे में डिटेल में कुछ पता नहीं होता| तो फिर ऐसी सिचुएशन में हम प्रोटोटाइप मॉडल (Prototype Model) उसे करते है|

जब सॉफ्टवेयर डेवलपर किसी अलगोरिथम की क्षमता के बारे में व किसी ऑपरेटिंग सिस्टम की अडाप्टेबिलिटी के बारे में ज्यादा आश्वश्त नहीं होता, तब इस सिचुएशन में प्रोटोटाइप मॉडल (Prototype Model) को उसे करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है|

ड्रॉबैक्स ऑफ़ प्रोटोटाइप मॉडल : Drawbacks of Prototype Model

जब प्रोटोटाइप मॉडल (Prototype Model) का फर्स्ट वर्जन बनकर तैयार होता है तब कस्टमर खुद अक्सर इसमें छोटे मोठे फिक्स व चेंज चाहते है बजाये कि सिस्टम को फिर से बनाया जाये| जबकि अगर सिस्टम को फिर से डिज़ाइन किया जाये तो उसमे और ज्यादा क्वालिटी मेन्टेन होगी|

प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) के फर्स्ट वर्जन में बहुत सरे कोम्प्रोमाईज़ करने पढ़ सकते है|

कभी कभी सॉफ्टवेयर डेवलपर अपने क्रियान्वन में कोम्प्रोमाईज़ कर सकता है, प्रोटोटाइप मॉडल को जल्दी चलाने के लिए, और कुछ समय के बाद वो ऎसे कोम्प्रोमाईज़ करने में सहज और कम्फर्टेबले हो सकता है और वो भूल सकता है कि ऐसा करना बिलकुल अनुचित है|

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आशा करता हूँ, कि आपने इस प्रोटोटाइप मॉडल (What is Prototype Model in Hindi) पोस्ट को खूब एन्जॉय किया होगा|

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आपका समय शुभ हो|

Anurag

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