SQL vs ORACLE In Hindi?
हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट(SQL vs ORACLE In Hindi) में मैं आपको SQL database और Oracle database के बीच में DIFFERENCE बताने वाला हूँ वो भी हिंदी में | दोस्तों अगर आप सॉफ्टवेयर फील्ड अथवा सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से जुड़े होंगे तो आप इन दोनों databases के बारे में जरूर जानते होंगे|
अगर नहीं भी जानते होंगे तो आपने इनके नाम जरूर सुने होंगे | तो चलिए अगर आपको कुछ भी नहीं आता है तो भी चिंता की कोई बात नहीं है | इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको विस्तार से SQL database अथवा Server और Oracle Server अथवा database के बारे में विस्तार से समझायेंगे |SQL vs ORACLE In Hindi|
What is Microsoft SQL server?/ Mircosoft SQL Server क्या है?|SQL vs ORACLE In Hindi?
MS SQL microsoft कंपनी का एक database product है, जैसे कि microsoft के कई सारे और भी सॉफ्टवेयर अथवा प्रोडक्ट है जैसे की MS office , वैसे ही MS SQL भी microsoft का एक प्रोडक्ट है |
यह SQL Server users को SQL queries लिखने और execute करने की फैसिलिटी प्रोवाइड करता है |SQL vs ORACLE In Hindi|
और SQL server को सबसे stable , secure , और reliable डेटाबेस solution माना जाता है | SQL Server corporate IT environment में transaction processing , analytics , और business intelligence application जैसे कई variety को सपोर्ट करता है |SQL vs ORACLE In Hindi|
What is Oracle Database?/ Oracle database क्या है?
Oracle database जो है वो एक RDBMS सिस्टम है जिसे Oracle corporation ने डेवेलोप किया है | और इसका use करके जो भी सॉफ्टवेयर डेवेलोप किये जाते है वो सभी रिलेशनल डेटाबेस फ्रेमवर्क के इर्द गिर्द रहते है |
यह users को यह allow करता है की वो SQL(structure query language) language का use करके डाटा ऑब्जेक्ट को एक्सेस कर सके| Oracle जो है वो एक scalable RDBMS architecture है जिसे पूरी दुनिया में use किया जाता है|
IT market के अंदर Oracle जो है वो एक बहुत बड़ा vendor है | और इसके RDBMS प्रोडक्ट को हम Oracle database के नाम से जानते है |
MS SQL की history: SQL vs ORACLE In Hindi
1987 की बात है तब microsoft कंपनी sybase कंपनी के साथ पार्टनर हुई और इन्होने एक DBMS सिस्टम डिज़ाइन करने के लिए प्लान किया | और इस काम का कम्पलीशन कुछ जॉइंट कंपनी जैसे कि IBM और Oracle के साथ हो सकता था |
इन दोनों कम्पनीज के बीच एक agreement sign हुआ कि जितने भी selling rights होंगे वो sybase कंपनी अपने पास रखेगी और और उन सभी प्रोडक्ट का प्रॉफिट भी जो कि microsoft के प्लेटफार्म पर डेवेलोप नहीं किये गए |
और दूसरी तरफ माइक्रोसॉफ्ट के पास उन प्रोडक्ट्स के राइट्स रहेंगे जो की माइक्रोसॉफ्ट के प्लेटफार्म में डेवेलोप किया गए है | 1989 में पहला database Server prodct का वर्शन रिलीज़ किया गया था|
पर कुछ समय बाद माइक्रोसॉफ्ट ने sybase कंपनी से सारे राइट्स खरीद लिए और फिर इस प्रोडक्ट का नाम हो गया MS SQL Server और इस डेट तक SQL के 30 version रिलीज़ हो चुके थे |
KEY DIFFERENCE: SQL vs ORACLE In Hindi
ओरेकल को use करने के लिए जो platforms की जरुरत होती है उनकी वैरायटी बहुत ज्यादा है | पर SQL को इनस्टॉल करने के लिए हमारे पास कुछ मुट्ठी भर platforms ही है |
ओरेकल जो है वो star query optimization को सपोर्ट करता है जबकि SQL Server query optimization को सपोर्ट नहीं करता है |
Oracle में जब तक हम कमिट नहीं करते है तब तक वैल्यू चेंज नहीं होती है | जबकि SQL में हमारे कमिट करने के पहले ही वैल्यू चेंज हो जाती है |
Oracle में हम ट्रांसक्शन प्रोसेस के दौरान ही रोल बैक कर सकते है | जबकि SQL Server में ऐसा कुछ भी हम नहीं कर सकते है |
Oracle जो है वो instace के साथ कई scheme को सपोर्ट करता है | जबकि SQL प्रत्येक यूजर डेटाबेस के साथ स्कीम ऑफर करता है |
Oracle के अंदर हम डेटाबेस का फुल, फाइल-लेवल, इंक्रीमेंटल और डिफरेंशियल बैकअप बना सकते है | जबकि SQL हमें सिर्फ फुल, partial , incremental बैकअप बनाने के लिए allow करता है |
Oracle after और before दोनों trigger use करता है | जबकि SQL ज्यादातर after trigger को use करता है |
Oracle की history: SQL vs ORACLE In Hindi
Oracle ने एक मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी बनने के लिए काफी लम्बी जर्नी तय की है जो कि वो आज है |
Oracle को 1977 में दो developers द्वारा खोजा गया था या डेवेलोप किया गया था | और उनके नाम है Larry Ellison and Bob Miner | और इन दोनों के पास database software डिज़ाइन करने का पुराना experience था जो की ये लोग कई organization के लिए कर चुके थे |
और फिर 1978 में इन्होने SQL की मदद से पहला RDBMS system डिज़ाइन किया | और इस system को हम Oracle relational database मैनेजमेंट सिस्टम के नाम से भी जानते है |
और Oracle ही वो पहली कंपनी बनी जिसने RDBMS सिस्टम सॉफ्टवेयर को बेचा था | और 1982 आते आते इस कंपनी का रेवेनुए $2 .5 मिलियन हो गया था |
Features of Microsoft SQL सर्वर/ MS SQL Server के फीचर्स:
SQL इन टूल्स को सपोर्ट करता है, SQL Server profiler , SQL Server management Studio , database tuning advisor ,
SQL online support और documentation ऑफर करता है और यह लाइव प्रोडक्ट सपोर्ट की फैसिलिटी भी प्रोवाइड करवाता है |
objects . SQL datatype mapping , delete और rename के लिए advanced customization option प्रोवाइड करवाता है|
migration के लिए process window में errors और warning message डिस्प्ले करता है |
जब डायलॉग ओपन रहता है तब आप resizable dialogs की मदद से कई सारे tools को access कर सकते है |
SQL सर्वर मैनेजमेंट की मदद से import और export दोनों की फैसिलिटी प्रोवाइड करवाता है|
Features of Oracle / Oracle के फीचर्स
Oracle के अंदर डाटा रिकवरी आसान होती है और डेटाबेस के compare me |
Oracle RDBMS सिस्टम एक बड़े डेटाबेस को easily हैंडल कर सकता है |
Oracle में आप कभी भी platform चेंज कर सकते है |
आपके पास scaleup और scale out स्ट्रेटेजी का ऑप्शन रहता है |
आप एक्चुअल प्रोडक्शन वर्कलोड को rerun कर सकते है जिसमे टेस्ट एनवायरनमेंट ऑनलाइन users और batch workload भी include है |
hardware और OS -स्पेसफिक virtualization technology के लिए सपोर्ट करता है |
test और productive SAP environment के लिए VMware का सपोर्ट provide करवाता है |
Oracle के अंदर अगर प्राइमरी database available नहीं होता है तो फिर secondary database ही primary की तरह act करता है |
इसका उपयोग read -write , reporting , testing , और backups , और primary database ko लोड करने के लिए कर सकते है |
तो चलिए अब हम आपको SQL और Oracle के बीच tabular फॉर्म में अंतर बताते है जहाँ पर हम कुछ खास parameter के बेस पर दोनों के बीच अंतर को देखेंगे|
SQL और Oracle के बीच tabular differences
Parameters | MS-SQL Server | Oracle |
Parent Company | इसका ओनर microsoft कारपोरेशन है | इसका ओनर Oracle कारपोरेशन है |
Syntax | इसका सिंटेक्स सिंपल और easy है | इसका सिंटेक्स काम्प्लेक्स और efficient है |
Download | इसके लिए 120 से 180 दिन का इवैल्यूएशन वर्शन अवेलेबल रहता है जिसे आप डाउनलोड करके use कर सकते है | यह ओपन सोर्स है जिसे आप इसकी वेबसाइट से आसानी से डाउनलोड कर सकते है |
Platform support | यह केवल विंडो सिस्टम पर इनस्टॉल होता है पर version 2017 और इसके बाद वाले linux पर भी इनस्टॉल हो जाते है | | यह बहुत सारे platforms पर रन होता है | |
Language | MS -SQL जो है वो transact SQL अथवा T -SQL use करता है | | PL /SQL जो है वो Oracle के द्वारा use की जाती है | |
Job scheduling | job scheduling SQL सर्वर एजेंट करता है | | job scheduling जो है वो Oracle सचेंडूलर करता है अथवा OEM | |
Bit map indexes | reverse keys और फंक्शन के बेस पर कोई भी बिटमैप इंडेक्स नहीं होता है | | Oracle के अंदर रिवर्स key और फंक्शन के बेस पर बिटमैप इंडेक्स होता है | |
Query optimization | कोई भी क्वेरी ऑप्टिमाइजेशन नहीं होती है| | ओरेकल के अंदर star क्वेरी optimization होती है | |
Triggers | ज्यादातर after trigger का use करता है | दोनों after और before trigger का use करता है | |
Support & Trouble Shooting | टेक्निकल नोट्स, बग डिस्क्रिप्शन, स्क्रिप्ट्स, patches , और डाउनलोड की फैसिलिटी प्रोवाइड करता है और वो भी बिना किसी एडिशनल चार्जेज| | यह सपोर्ट कॉल की फैसिलिटी प्रोवाइड करवाती है पर यह chargable होती है | |
Rollback | transaction process में रोलबैक allow नहीं होती है | | transaction process में रोलबैक allow रहता है | |
Concurrent accesses | concurrent एक्सेस allow नहीं है अगर कोई राइटर प्रोग्रेस में है, जिससे कि वेट टाइम बढ़ जाता है | | concurrent एक्सेस जो है वो allow रहती है जिससे कि आती टाइम जो होता है वो थोड़ा काम होता है | |
Change of Value | SQL के अंदर वैल्यू कमिट के पहले ही चेंज हो जाती है | | ओरेकल में बिना कमिट के वैल्यू चेंज नहीं होती है | |
Method | यह row अथवा पेज ब्लॉकिंग मेथड use करता है, यह रीड करने के लिए कभी भी allow नहीं करता है अगर पेज ब्लॉक है तो | | यह डाटा की एक कॉपी रखता है इसलिए modification के टाइम पर यह रीडर को original डाटा रीड करने के लिए allow कर देता है | |
Error handling | SQL जो है वो प्रत्येक कमांड को सेपरटेली एक्सेक्यूटे करता है, इसलिए अगर प्रोसेस के दौरान कोई error आ जाती है तो फिर उसे change करना काफी मुश्किल है | | Oracle जो है वो हर एक नए डेटाबेस कनेक्शन को एक नए transaction की तरह ट्रीट करता है | |
Human Intervention | human error होने के चान्सेस बहुत काम होते है क्योकि यह ग्लोबल मेमोरी एलोकेशन फॉलो करता है इसलिए डाटा एडमिन से रिलेटेड बहुत काम इंस्ट्रक्शन होते है | | यह डायनामिक एलोकेशन फॉलो करता है जिससे कि दबा जो है वो बहुत इन्ट्रपप्ट करता है | और इसके फलस्वरूप ह्यूमन एरर के चान्सेस बहुत बढ़ जाते है | |
Parallel execution | सकल सर्वर में इन्सर्ट, अपडेट, और डिलीट स्टेटमेंट्स जो है वो serially execute होते है | | ओरेकल के अंदर यह इन्सर्ट, डिलीट, अपडेट, और मर्ज सब एक साथ parallel एक्सेक्यूटे हो सकते है | |
Automation support | sQL upgrade एडवाइजर जो है वो ऑटोमेशन के लिए अवेलेबल होता है | | इसमें डेटाबेस अपग्रेड असिस्टेंट जो है वो ऑटोमेशन के लिए उपलब्ध रहता है | |
Redo stream | हर एक यूजर और डेटाबेस के लिए redo streams unique है | | डेटाबेस लेवल पर एक रीडू स्ट्रीम रहती है | |
Schemas | हर डेटाबेस के साथ स्कीम ऑफर होती है | | instance के साथ बहुत सी स्कीम होती है | |
Protection | लॉगिन जो है वो दोनों जगह instance और database लेवल पर authenticate होता है | | यहाँ पर यूजर जो है या तो वो डेटाबेस credentials और ओस रोल्स के अकॉर्डिंग ऑथेंटिकेट होता है | |
Sharability | हर डेटाबेस सर्वर पर अपना unshared डिस्क फाइल रखता है | | सभी डेटाबेस ऑब्जेक्ट को schemas में ग्रुप किया जाता है | तो डेटाबेस ऑब्जेक्ट के सबसेट का कलेक्शन और ऑब्जेक्ट का कलेक्शन ही users और schemas के बीच शेयर होते रहते है | |
Backups | यह full partial और incremental backup को allow करता है | | यह full , file -level , icremental और differential डाटा backup को अल्लोव करता है | |
Maintenance | table जो है वो index के बेस पर organized होती है | | इसमें stactics को automatically अपडेट किया जाता है और SQL issues को identify किया जाता है | |
Conclusion:
तो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट(SQL vs ORACLE In Hindi) में हमने SQL और Oracle database में अंतर को हिंदी में समझा और जाना | दोनों ही tools का उपयोग database design को करने के लिए किया जाता है | Oracle काफी पुराना डेटाबेस है SQL के कपरिसों में| और दोनों ही database SQL लैंग्वेज का use करते है query को execute करने में | दोनों ही डेटाबेस में थोड़ा syntactical डिफरेंस होता है | और इस ब्लॉग पोस्ट में हमने SQL और Oracle के बीच टेबुलर फॉर्म में भी डिफरेंस को समझाया है जिससे कि आप आसानी से समझ सके कि किस पैरामीटर के लिए दोनों के बीच में क्या क्या डिफरेंस होता है |
इस ब्लॉग(SQL vs ORACLE In Hindi) को लेकर आपके मन में कोई भी प्रश्न है तो आप हमें इस पते [email protected]पर ईमेल लिख सकते है|
आशा करता हूँ, कि आपने इस पोस्ट(SQL vs ORACLE In Hindi) को खूब एन्जॉय किया होगा|
आप स्वतंत्रता पूर्वक अपना बहुमूल्य फीडबैक और कमेंट यहाँ पर दे सकते है|SQL vs ORACLE In Hindi|
आपका समय शुभ हो|