What Is Normalization In Dbms In Hindi?

हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट(What Is Normalization In Dbms In Hindi) में हम आपको Normalization के बारे में हिंदी में जानकारी देने वाले है |

Normalization(What Is Normalization In Dbms In Hindi) एक ऐसी process होती है|

जिसमे हम किसी भी एक टेबल डाटा को डेटाबेस के हिसाब से simple और unique बनाने की कोशिश करते है|What Is Normalization In Dbms In Hindi|

जिससे कि हम डेटाबेस से आसानी से डाटा को retrieve और store कर पाएं|What Is Normalization In Dbms In Hindi|

Normalization(What Is Normalization In Dbms In Hindi) के first step में हम multi -valued attribute को remove करते है |

इसका मतलब यह है कि हम किसी भी एक particular कॉलम में एक से ज्यादा वैल्यू या इनफार्मेशन को स्टोर नहीं करेंगे|What Is Normalization In Dbms In Hindi|

जैसे कि example के लिए आप एक कॉलम में किसी भी एक स्टूडेंट के दो मोबाइल नंबर नहीं रख सकते है |What Is Normalization In Dbms In Hindi|

तो दोस्तों यहाँ पर हम यह समझ सकते है कि Normalization एक ऐसी प्रोसेस है|

जो कि एक complex database को सिंपल सिंपल डाटा टेबल में डिवाइड करती है|

Normalization जो है वो डाटा Redundancy को दूर करता है और Functional dependencies को दूर करता है|

और हम आराम से डेटाबेस में डाटा को स्टोर और retrieve कर पातें है |

Redundancy in Normalization :

किसी भी डाटा टेबल में एक ही रिकॉर्ड की एक से ज्यादा बार presense को को हम डाटा Redundancy बोलते है |

जैसे कि example के लिए अगर कोई employee के पास दो फ़ोन नंबर है…

… तब हम यहाँ पर इस employee के दोनों फ़ोन नंबर स्टोर करते है|

तो फिर हमें यहाँ पर इस employee के दो रिकार्ड्स अथवा दो rows maintain करनी पड़ेगी|

और इसी scenario को हम data Redundancy बोलते है |

Functional dependencies in Normalization :

जब किसी एक डाटा टेबल में एक attribute को कोई दूसरा एट्रिब्यूट identify करता है तब यहाँ पर Functional dependency exist…

… करती है और हम यहाँ पर यह कह सकते है कि एक attribute दूसरे attribute पर functionally dependent है |

normalization types
Types of Normalization: What Is Normalization In Dbms In Hindi

और इस Normalization को अचीव करने के लिए कई सारे normal form define किये गए है |

यह normal form 1NF , 2NF , 3NF , etc ‘codd’ द्वारा डिफाइन किये गए है जैसा कि आप ऊपर दिए गए चित्र में देख सकते है |

कुछ 1NF relations जो है वो 2NF में है और कुछ 2NF रिलेशन जो है वो 3NF है|

तो अगर हम कोड definition की मोटिवेशन को देखे तो जो 2NF है वो 1NF रिलेशन से ज्यादा desirable होता है|

और इसी तरह जो 3NF होता है वो 2NF रिलेशन से ज्यादा desirable होता है |

इसलिए जो डेटाबेस डिज़ाइनर होते है उनका जो aim होना चाहिए वो यह होना चाहिए कि रिलेशन 3NF में हो |

न कि ऐसा हो कि अगर रिलेशन 1NF में अथवा 2NF में हो तो भी काम चल जाये|

लेकिन कोड की जो original 3NF definition थी वो कई सारी problem face कर रही थी या फिर अपर्याप्त थी |

इसलिए 3NF को और भी स्ट्रांग करने के लिए Boyce और codd ने मिलकर Boyce -codd normal फॉर्म को propose किया |

जितने भी यह नार्मल फॉर्म है वो सब फंक्शनल डिपेंडेंसी बेस्ड है जो कि ऐट्रिब्यूट्स के बीच में होती है |

इसके बाद fagin ने 4NF और 5NF को भी डिफाइन किया जो कि multi -value dependencies और join dependencies पर based है |

5NF को हम projection join normal के नाम से भी जानते है |

तो हम अभी तक पढ़ी जानकारी के आधार पर यह कह सकते है कि Normalization जो है|

वो एक ऐसे process है जिसमे हम एक डाटाबेस स्कीमा को फंक्शनल dependencies और primary key के बेस पर एनालाइज करते है|

और डेटाबेस में मौजूद Redundancy को कम करते है और Insertion , Deletion , और Update anamalies को कम करते है |

Need for Normalization:

Normalization जो है वो एक रिलेशन को एक स्टैण्डर्ड फॉर्म में कन्वर्ट करने का प्रोसेस है |

जैसे कि example के लिए हमारे पास एक supplier के कुछ attributes है जैसे कि नाम, एड्रेस, आइटम और प्राइस|

Suppliers(Name, Address, Item, Price)

अब हम इस रिलेशन में क्या क्या प्रॉब्लम को फेस कर सकते है इसे आप नीचे देख सकते है :

Redundancy :

यहाँ पर हर एक आइटम के लिए सप्लायर का एड्रेस रिपीट हो रहा है |

इसलिए यहाँ पर एक ही इनफार्मेशन का बार बार रेपीटशन हो रहा है |

Update anomalies :

जैसे कि हमने ऊपर देखा की हमारी टेबल में Redundancy के कारण same इनफार्मेशन कई बार स्टोर हो जाती है इसलिए अपडेट के समय कभी कभी…

… कुछ rows में डाटा अपडेट जो जाता है पर कुछ row का डाटा अपडेट नहीं हो पता है और इस वजह से डेटाबेस में inconsistency आ जाती है |

जैसे कि ऊपर दिए गए example में अगर हम supplier का एड्रेस एक tuple में अपडेट कर देते है और बाकि में इसे unchanged छोड़ देते है|

तब ऐसे केस में प्रत्येक supplier का address यूनिक नहीं होगा|

Insertion anomalies :

Insertion anomalies में यह होता है कि हम किसी भी relation में एक tuple को तब तक insert नहीं कर सकते है|

जब तक वह रिलेशन में कोई भी एट्रिब्यूट न रखे|

और अगर हम रखना भी चाहे तो हम null वैल्यू दाल कर यह Insertion कर सकते है |

पर जब हम इसकी actual वैल्यू अथवा tuple Update करें|

तब हमें यह null value वाला tuple ध्यान से डिलीट करना पड़ेगा|

Deletion anomalies :

Deletion anomalies में यह होता है की अगर हम किसी एक tuple attribute को डिलीट करते है|

तो फिर हम उससे रिलेटेड कुछ और इनफार्मेशन को भी loose कर सकते है|

जैसे कि ऊपर दिए गए example में अगर हम किसी supplier द्वारा सप्लाई किये जाने वाले सारे item को डिलीट करें|

तो हम इस supplier के एड्रेस को भी loose कर देंगे|

इसलिए इस प्रॉब्लम को दूर करने के लिए हम इस सप्लायर रिलेशन को और normalize करते है, जैसे कि आप नीचे देख सकते है |

SA (name, address)
SIP(name, Item, price)

तो ऊपर दिए गए नए relation में हम इन प्रोब्लेम्स को solve कर लेते है |

पहला तो यह की अब हम address को loose नहीं करेंगे |

और दूसरा यह कि अब अगर कोई supplier अभी करंट में कोई भी item supply न करता हो|

फिर भी हम उसका name और address enter कर सकते है |

Normalization से रिलेटेड blogs इंग्लिश में पढ़ने के लिए नीचे दी गयी blog links पर क्लिक करें:

What is 1NF in DBMS?

What is 2NF in DBMS?

What is 3NF in DBMS?

What is BCNF in DBMS?

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Temporal Association Rules…
Application Areas Of Data Mining…
Issues And Challenges In Data Mining…
What are the stages of KDD in data mining…
KDD vs Data Mining…
What Is Normalization In Dbms In Hindi…
Code Injection vs Command Injection In Hindi…
Data Mining Application In Hindi…
Data Mining Techniques In Hindi…
Data Mining Process In Hindi…
What Is Data Mining In Hindi…

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MS Access Database In Hindi…
What Is Normalization In Dbms In Hindi…
What is referential integrity in DBMS in Hindi…
Trigger In MySql In Hindi…
MYSQL Function In Hindi…
Stored Procedure In MySql In Hindi…
MYSQL Numeric Data Type In Hindi…
String Data Type In Mysql In Hindi…
Difference between char and varchar in Hindi…
MYSQL Introduction In Hindi…

Quick Q&A:

What is the normalization of DBMS? DBMS के अंदर normalization क्या होता है?

Database में डाटा को organize करने की प्रोसेस को हम normalization के नाम से जानते है |

और इसके अंतर्गत tables को create किया जाता है |

और designed रूल्स के अनुसार tables के बीच relationship को Estabilished किया जाता है |

डेटाबेस से redundancy और inconsistency को हटाकर उसे flexible बनाया जाता है |

डाटा को पूरी तरह से protect किया जाता है|

तो अगर हम एक लाइन में कहे तो, normalization जो है वो database को सरल और मजबूत बनाता है|

What are the four 4 types of database normalization? 4 प्रकार के database normalization कौन कौन से होते है?

Database normalization के प्रकार निम्नलिखित है:

First Normal Form (1 NF)
Second Normal Form (2 NF)
Third Normal Form (3 NF)
Boyce Codd Normal Form or Fourth Normal Form ( BCNF or 4 NF)

What is 1st normalization in DBMS? DBMS में First normal form क्या होता है?

यह First normal form जो है वो database normalization process का पहला level अथवा स्तर है |

कोई भी रिलेशन first normal form में तब होता है जब उसकी values atomic हो|

कहने का मतलब यह है कि एक टेबल के प्रत्येक कॉलम में सिर्फ एक वैल्यू होगी|

example के लिए किसी यूजर के मोबाइल-नंबर के कॉलम में केवल एक ही मोबाइल नंबर दर्ज होगा भले ही वह user दो दो मोबाइल नंबर चलाता हो|

Why normalization is used? Normalization का उपयोग क्यों किया जाता है?

Normalization जो है वो product information management का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है|

यह जो है दो टेबल में एक समय में हो सकने वाले Data replication को रोकता है |

और किसी भी तरह की unrelated information को एक ही टेबल में एकत्रित होने से रोकता है|

Normalization जो है वो डाटा को streamline करने में मदद करता है |

Normalization जो है वो डेटाबेस को सरल और concise बनाता है|

What are the 3 benefits of Normalization? Normalization के क्या क्या फायदे है?

Normalization के कुछ important फायदे निम्नलिखित है:

Reduces redundant data.
Provides data consistency within the database.
More flexible database design.
Higher database security.
Better and quicker execution.
Greater overall database organization.

What is BCNF in DBMS? DBMS में BCNF क्या होता है?

BCNF का फुल फॉर्म होता है Boyce Codd Normal Form |

BCNF Normal Form जो है वो 3NF का advanced version होता है |

एक टेबल अथवा Relation BCNF में तब होता है जब प्रत्येक functional dependency X ->Y , में X जो है वो टेबल की super key हो|

तो अगर इसको conclude करें तो, कोई भी Relation bcnf में तभी होगा जब:

Relation 3NF में हो |
प्रत्येक functional dependency के लिए, LHS जो है वो super key हो|

What is indexing in SQL? SQL में indexing से आप क्या समझते है?

index का उपयोग करके हम database से डाटा को बहुत कम समय में extract कर लेते है|

यह index जो है वो यूजर को दिखाई नहीं देता है, पर इसे वो search अथवा queries के result की speed को देख कर समझ सकते है |

पर index वाली टेबल को अपडेट करने में ज्यादा समय लगता है बिना index वाली टेबल की अपेक्षा|

क्योकि index वाली टेबल में index भी अपडेट होते है इसलिए उसमे टाइम थोड़ा सा ज्यादा लगता है|

What is subquery in SQL? SQL में subquery क्या होती है?

subquery जो है वो SELECT , इन्सर्ट, अपडेट, और डिलीट स्टेटमेंट के अंदर nested होती है, या फिर किसी और sub -Query के अंदर |

Query के अंदर लिखी Query को हम subquery कहते है|

What is log normalization? Log Normalization से आप क्या समझते है?

लोग Normalization एक ऐसी process है जिसमे प्रत्येक log Data field अथवा entry को standardized…

…Data representation में convert कर दिया जाता है| और इसे consistently categorize किया जाता है |

What is view syntax in SQL? SQL में view syntax क्या होता है?

SQL के अंदर view जो है वो एक virtual table होती है|

जो कि किसी sql statement के execution के result set को प्रदर्शित करती है|

View के अंदर जो भी fields होती है वो database में एक या एक से अधिक real table की ही होती है|

Conclusion:

तो दोस्तों Normalization एक ऐसी process होती है जिससे हम complex डेटाबेस स्कीमा को सिंपल बनाते है | और Normalization के बाद टेबल डाटा यूनिक और एक्यूरेट हो जाता है और उसमे Functional dependencies भी बहुत कम होती है जो कि सिर्फ primary keys और foreign keys पर होती है | Normalization जो है वो Insertion , Deletion , और Update anomalies को भी खत्म कर देता है |What Is Normalization In Dbms In Hindi|

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आशा करता हूँ, कि आपने इस पोस्ट(What Is Normalization In Dbms In Hindi) को खूब एन्जॉय किया होगा|

आप स्वतंत्रता पूर्वक अपना बहुमूल्य फीडबैक और कमेंट यहाँ पर दे सकते है|

आपका समय शुभ हो|

Anurag

I am a blogger by passion, a software engineer by profession, a singer by consideration and rest of things that I do is for my destination.