Token Ring In Hindi|Token ring हिंदी में
हेलो दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट(Token Ring In Hindi) में मैं आपको Token ring के बारे में बताने जा रहा हूँ | इसे आप 802.5 के नाम से भी बुला सकते है |
यह Token ring(Token Ring In Hindi) भी एक LAN standard(Token ring एक communication प्रोटोकॉल है) है जिसका काम communication चैनल में collision को काम करना है |
इस ब्लॉग पोस्ट(Token Ring In Hindi) में हम Token ring से रिलेटेड कुछ और महत्वपूर्ण questions को डिसकस करेंगे जैसे कि What is Token Ring in a computer network,…
… What can happen at a Token Ring station, How does a token ring work, What is the difference between Token Ring and Ethernet,…
…What is Token Ring(What Is Token Ring In Computer Network) in a computer network, Which network device connects segments of a network such as Ethernet or Token Ring.|Token Ring In Hindi|
कंप्यूटर नेटवर्क में Token ring(Token Ring In Hindi) क्या है ?
यह LAN standard 802 .5 IEEE द्वारा डिफाइन किया जाता है | Ethernet की तरह Token ring भी एक MAC लेयर protocol है |
यह प्रोटोकॉल OSI मॉडल के अंदर LLC (logical link control) और physical layer के बीच काम करता है |Token Ring In Hindi|
Token ring network के लिए जो डाटा रेट्स है वो है 4mbps and 1 mbps , जबकि IBM टोकन रिंग 4 , 16 , और 100 mbps की speed से रन कर सकती है |
और इसमें जो transmission होता है वो differential manchester coding तकनीक के द्वारा होता है |
NIC का use करते हुए stations Token ring LAN से connect होते है |
यहाँ पर एक स्टेशन जो है वो केवल अपने neighbour को Token ट्रांसफर कर सकता है और और ज्यादातर cases में केवल सिर्फ एक neighbour को |
Token ring कैसे काम करती है ?| Token ring step By step procedure?
अगर कोई एक स्टेशन कोई दूसरे स्टेशन तक फ्रेम ट्रांसमिट करना चाह रहा है तो यह फ्रेम सभी intermediate interface से होकर जायेगा |
और इस ring connection को हैंडल करने के लिए एक special frame पूरी रिंग में सभी स्टेशन के पास से circulate होता है जिसे हम Token कहते है |
जब किसी भी स्टेशन के पास Token आता है, तब यहाँ पर दो केस होते है:
पहला केस यह है कि अगर उस स्टेशन के पास ट्रांसमिट करने के लिए डाटा नहीं है तो वह स्टेशन उस टोकन को अपने neighbour के पास ट्रांसमिट कर देगा|
और दूसरा केस यह है कि अगर उस स्टेशन के पास ट्रांसमिट करने के लिए डाटा होता है|
तो वह उस टोकन को रिंग से remove करके डाटा को उस टोकन की जगह पर रिंग में transmit कर देता है |
और अब यह डाटा फ्रेम पूरे रिंग में ट्रेवल करना चालू कर देता है |
और जैसे ही यह किसी स्टेशन के पास पहुँचता है वैसे ही वह स्टेशन इस फ्रेम के डेस्टिनेशन एड्रेस को चेक करता है |
अगर वह एड्रेस उस स्टेशन का नहीं होता है तो वह स्टेशन फिर उस डाटा फ्रेम को अपने neighbour स्टेशन के पास ट्रांसमिट कर देता है |
और फिर यही प्रोसेस चलता रहता है जब तक कि डाटा फ्रेम अपने सही destination तक नहीं पहुंच जाता है |
और जैसे ही यह फ्रेम सही स्टेशन पर पहुंच जाता है|
तब वह स्टेशन इस फ्रेम में से डाटा को कॉपी करके इसमें कुछ स्टेटस बिट सेट करके इसे फिर से रिंग neighbour स्टेशन के पास ट्रांसमिट कर देता है |
और फिर यह डाटा फ्रेम्स रिंग में ट्रेवल करता रहता है जब तक यह अपने सोर्स स्टेशन के पास नहीं पहुंच जाता है जिसने इसे generate किया था |
और जब सोर्स स्टेशन इस फ्रेम को recieve करता है तो वह इस फ्रेम को रिंग से हटा कर फिर से एक नया टोकन generate करता है है और उसे रिंग में ट्रांसमिट कर देता है |
तो यहाँ पर यह प्रोसेस देख कर हम दो main ऑब्जरवेशन कर सकते है |
पहला तो यह कि टोकन रिंग में जो जो रिंग कनेक्शन होता है वह Ethernet की अपेक्षा बहुत order में होता है |
यहाँ पर प्रत्येक स्टेशन जानता है कि वह कब ट्रांसमिट कर सकता है और वह केवल अपने neighbour को ट्रांसमिट करता है |
इस तरह से यहाँ पर कोई भी collision नहीं होता है | और bandwidth का कोई भी wastage नहीं होता है |
और दूसरा observation यह है कि अगर रिंग में कोई एक स्टेशन fail हो जाता है तब ऐसी स्थिति में पूरा नेटवर्क fail हो जाता है |
Token ring में प्रत्येक स्टेशन जो है वो टोकन और डाटा फ्रेम के ट्रांसमिशन में participate करता है |
तो अगर कोई एक स्टेशन भी fail होता है तो फिर डाटा फ्रेम या टोकन रिंग से disappear हो जाता है |
और इस समस्या से निपटने के लिए हम Wire center तकनीक का उपयोग करते है | इसे आप नीचे दिए हुए चित्र में देख सकते है |
पहली नज़र में इसका फिजिकल सेटअप देखकर यह स्टर topology जैसे लगती है |
पर actual में यह अभी भी एक ring है |
और यहाँ भी स्टेशन सिर्फ अपने neighbour को टोकन ट्रांसमिट करते है, पर अब यह ट्रांसमिशन Wire center के माध्यम से होता है |
Wire center के पास सभी स्टेशन के लिए bypass relay होता है |
यह bypass relay station से मिलने वाले commands को respond करता है |
example के लिए अगर स्टेशन A स्टेशन C को ट्रांसमिट करता है तब यह पहले Wire center में पहुँचता है |
फिर यह B के पास पहुँचता है जो कि फिर इसे Wire center के पास भेज देता है |
और तब जाके यह स्टेशन C के लिए transmit किया जाता है |
अगर ऐसे कोई स्थिति बनती है कि स्टेशन B fail हो जाता है तो फिर यह फ्रेम A से ट्रांसमिट होकर सीधा bypass होकर C के पास पहुंच जायेगा |
तो Wire center का काम यही होता है कि वह Token ring protocol को preserve करने के लिए reliable है |
आप नीचे दिए हुए कुछ और important blogs को पढ़ सकते है |
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Quick Q&A:
What is Token Ring and how it works? Token ring क्या है, और यह कैसे काम करता है?
Token ring जो है वो एक LAN topology है जो कि डाटा को केवल एक direction में भेजती है|
डाटा भेजने के लिए लोकेशन पहले से निर्धारित रहती है और इसमें टोकन की मदद से डाटा को भेजा जाता है|
टोकन जो है वो authority का सिंबल होता है और जिसके पास टोकन होता है वो रिंग में डाटा को ट्रांसमिट कर सकता है|
What is the difference between Token Ring and Ethernet? Token ring और Ethernet में क्या अंतर होता है?
Token ring और Ethernet में अंतर निम्नलिखित है:
टोकन रिंग के पास routing information होती है|
ईथरनेट के पास routing information नहीं होती है|
टोकन रिंग जो है वो डाटा ट्रांसमिशन स्पीड के लिहाज से slow होती है| और यह स्पीड 16M bit /sec होती है|
Ethernet जो है वो token ring से काफी फ़ास्ट होती है | इसकी स्पीड लगभग 100M bit /sec होती है |
Where is Token Ring used? Token Ring का उपयोग कहाँ पर होता है?
Token Ring जो है वो एक computer networking technology है जिसका उपयोग local area network को बनाने में होता है|
इसे IBM द्वारा 1984 में introduce किया गया था और 1989 में IEEE 802 .5 के रूप में standardized किया गया था|
What type of protocol is a Token Ring? Token Ring किस प्रकार का protocol है?
Token Ring जो है वो लोकल एरिया नेटवर्क में एक communication protocol है|
इस नेटवर्क में जितने भी स्टेशन होते है वो सभी एक दूसरे से network topology के माध्यम से connected होते है|
Token जो है वो एक छोटा सा फ्रेम होता है लगभग 3 byte का|
नेटवर्क में congestion को रोकने के लिए टोकन रिंग जो है वो एक टाइम पर केवल एक डिवाइस को active रखता है |
और यह सब टोकन की मदद से होता है | जिसके पास टोकन होता है सिर्फ वही नेटवर्क में डाटा को transmit कर पाता है|
What are Token Ring’s advantages and disadvantages? Token Ring के advantages और disadvantages क्या क्या है?
टोकन रिंग के Advantages और Disadvantages निम्नलिखित है:
Advantages :
No Collision
Internal error detection and correction
Stations को आसानी से जोड़ा और हटाया जा सकता है
Disadvantages :
यह technology अब पुरानी हो गयी है
यह technology slow है
Hardware महंगा पड़ता है
What are the drawbacks of token ring topology? Token Ring topology के क्या drawbacks है ?
टोकन रिंग टोपोलॉजी के drawbacks निम्नलिखित है:
टोकन रिंग के अंदर जो भी डाटा पास होता है वो हर डिवाइस से होकर गुजरता है अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने से पहले, जो कि इसकी परफॉरमेंस को कम करता है|
अगर एक डिवाइस fail हो जाता है तो वह पूरे नेटवर्क को impact करता है |
इस नेटवर्क की केबलिंग को सेट करना थोड़ा complex हो सकता है|
इसका implementation जो है वो bus technology से ज्यादा महंगा होता है|
Which bridge is used in Token Ring networks? Token Ring network में कौन से bridge का उपयोग होता है?
Token Ring नेटवर्क में Source Route Bridge का उपयोग होता है|
Is the token ring wired? क्या Token Ring जो है वो wired है?
देखा जाये तो token रिंग जो है वो star की तरह wired है | फिर इसमें hub की मदद से प्रत्येक device को जोड़ा जाता है एक लूप बनाकर |
Which cat cable is used in Token Ring? Token Ring में कौन सी cat cable का उपयोग होता है?
Token Ring networks के लिए सामान्यतः CAT2 cable का उपयोग होता है|
यह केबल जो है वो 4 Mbps तक की स्पीड को सपोर्ट करती है|
What is the difference between the token ring and token bus protocols? Token Ring और token bus protocols में क्या अंतर है?
Token bus के केस में token जो है वो एक virtual Ring node में घूमता है|
जबकि टोकन रिंग में टोकन जो है वो actual की nodes से बनी रिंग में घूमता है |
Token bus system का उपयोग मुख्य रूप से बड़े industries के लिए होता है|
Conclusion:
तो दोस्तों इस ब्लॉग पोस्ट(Token Ring In Hindi) में हमने आपको Token ring के बारे में हिंदी में समझया | इसे हम 802 .5 के नाम से भी जानते है | Token ring में सभी स्टेशन एक ring shape network में जुड़े होते है | जहाँ पर Token को पूरी रिंग में घुमाया जाता है और जो भी स्टेशन डाटा ट्रांसमिट करना चाहता है वो इस टोकन को लेकर डाटा को ट्रांसमिट कर देता है और फिर यह डाटा पूरी रिंग में घूमते हुए अपने destination तक पहुँचता है | और ऐसी ही यह प्रोसेस चलता रहता है |
इस ब्लॉग पोस्ट(Token Ring In Hindi) में हमने Token ring से रिलेटेड कुछ महत्वपूर्ण questions को discuss किया जैसे कि What is Token Ring in a computer network, What can happen at a Token Ring station, How does a token ring work, What is the difference between Token Ring and Ethernet, What is Token Ring in a computer network, Which network device connects segments of a network such as Ethernet or Token Ring.
इस ब्लॉग(Token Ring In Hindi) को लेकर आपके मन में कोई भी प्रश्न है तो आप हमें इस पते support@a5theory.comपर ईमेल लिख सकते है|
आशा करता हूँ, कि आपने इस पोस्ट (Token Ring In Hindi) को खूब एन्जॉय किया होगा|
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आपका समय शुभ हो|